विराट कोहली ने सोमवार यानी 8 नवंबर को नामीबिया के खिलाफ बतौर कप्तान अपना आखिरी T20I मुकाबला खेला। इस मैच को टीम इंडिया 9 विकेट से जीतने में कामयाब रहीं। विराट कोहली अपने आखिरी मैच में कुछ खास नहीं कर पाए, मगर आईसीसी ने उनके इस दिन को यादगार बना दिया। आईसीसी ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर विराट कोहली का एक वीडियो पोस्ट किया है। 7 मिनेट 25 सेकंड के इस वीडियो में आईसीसी ने विराट कोहली के मैदान पर आने से लेकर जीत का जश्न मनाने तक हर एक पल को कैमरे में कैद करने की कोशिश की है। विराट कोहली और उनके फैन्स के लिए आईसीसी द्वारा ये अद्भुत भेंट है।
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कप्तान के रूप में विराट कोहली के T20I करियर की बात करें तो 2017 से उन्होंने इस फॉर्मेट में 50 मैच खेले हैं। इसमें टीम इंडिया 30 मुकाबले जीतने में सफल रही है, वहीं 16 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। विराट कोहली का जीत के प्रतिशत 64.58 का रहा है जो पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से अधिक है। धोनी ने इस फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए सबसे अधिक 72 मैच खेले हैं और इस दौरान उनका जीत का प्रतिशत 59.28 का रहा है। इस फॉर्मेट में कप्तानी के तौर पर विराट कोहली का करियर भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उनका जीत का प्रतिशत मोर्गन, विलियमसन जैसे दिग्गजों से अधिक है।
बात इस फॉर्मेट में विराट कोहली के रन की करें तो वह अभी तक बतौर कप्तान T20I में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर है। कोहली ने टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए 1570 रन बनाए है। इस सूची में टॉप पर एरॉन फिंच है जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करते हुए 1719 रन जड़े हैं।
नामीबिया के खिलाफ जीत के बाद कोहली ने कहा “भारत की कप्तानी करना गर्व की बात है। मुझे लगा कि यह मेरे कार्यभार को मैनेज करने का सही समय था। कप्तानी करना अच्छी ज़िम्मेदारी थी। एक टीम के रूप में हमने अच्छा प्रदर्शन किया, भले ही हम इस विश्व कप में आगे नहीं जा पाए। जिस तरह से हमने पिछले तीन मैच खेले हैं, वह सकारात्मक बात रही है। हम टॉस का बहाना देने वाली टीम नहीं है। पहले दो मैचों में हम निडर नहीं थे। मैं सभी कोच का धन्यवाद करता हूं। हम उनके आभारी है क्योंकि उन्होंने एक संस्कृति बनाई है इस टीम में। हम सभी खिलाड़ियों की ओर से मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।”
भारतीय कप्तान ने आगे कहा “अगर मैं जोश के साथ नहीं खेल पाऊंगा, तो मैं क्रिकेट खेलना छोड़ दूंगा। मैं हमेशा अपना 120 प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं। मुझे लगा कि सूर्या को ज़्यादा मौक़े नहीं मिले तो विश्व कप की अच्छी यादें बटोरने का अवसर दिया हमने।”