परेड का नया पथ, नया स्वरूप: सेंट्रल विस्टा वाले राजपथ पर परेड में पहली बार ड्रोन की फौज भी; देशभर से चुने आर्टिस्ट भरेंगे देशभक्ति के रंग


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नई दिल्ली3 मिनट पहलेलेखक: मुकेश कौशिक

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नए-नवेले राजपथ को दोनों ओर सवा-सवा किमी के 15 फुट ऊंचे दो कैनवास से सजाया जा रहा है।

इस 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह अद्भुत और अभूतपूर्व होने जा रहा है। आजादी के 75वें वर्ष में हो रहे इस समारोह की सबसे बड़ी खासियत परेड का आयाेजन नए राजपथ पर होना है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत विजय चौक से इंडिया गेट तक राजपथ पर पुनर्विकास के काम हो रहे हैं, जो अंतिम चरण में हैं। विशेष बात यह भी है कि इस बार राजपथ पर पहली बार देशभर से प्रतिस्पर्धा के जरिये चुने गए प्रोफेशनल्स उतरेंगे।

टेक्नोलाॅजी, स्वदेशी और नवीनता का समावेश करने के लिए ‘ड्रोन परेड’ का सबसे अनूठा पहलू जोड़ा गया है, जो परेड को यादगार बनाएगा। रक्षा प्रतिष्ठान के अधिकारियों ने भास्कर को बताया कि इस बार गणतंत्र की परेड को गण-गण की परेड बनाने के लिए चार बड़ी पहल की गई हैं। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत परेड के लिए जरूरी हिस्से जैसे राजपथ, उससे सटे लॉन, नहर, पार्किंग एरिया व अन्य हिस्सों का निर्माण पूरा हो गया है।

4 अंडरपास और 8 जन सुविधा केंद्र विकसित किए जाने थे, लेकिन उनका काम पूरा नहीं हो सका है। वह परेड के बाद जारी रहेगा। नहर भी अभी खाली ही रहेंगी, उनमें बाद में पानी भरा जाएगा। राजपथ पर लॉन व नहर के किनारे नए लाइट पोल लगाए गए हैं। परेड के दौरान वीआईपी आवागमन को सुचारू रखने के लिए नहरों पर 16 पक्के पुल बनाए गए हैं।

शुक्रवार से नए राजपथ पर टुकड़ों में परेड की प्रैक्टिस शुरू हो जाएगी। 17, 18, 20 और 21 जनवरी को रिहर्सल होगी। 23 जनवरी को पहले की तरह फुल ड्रेस रिहर्सल होगी। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अभी फैसला नहीं हुआ है कि नए राजपथ पर कितने दर्शकों को इजाजत दी जाएगी। लेकिन करीब 30 हजार सीढ़ीदार बैंच (ब्लीचर्स) तैयार हैं।

सवा-सवा किमी लंबे कैनवास, युद्ध नायक थीम पर चित्रकारी
नए-नवेले राजपथ को दोनों ओर सवा-सवा किमी के 15 फुट ऊंचे दो कैनवास से सजाया जा रहा है। इन पर युद्ध नायकों और अमृत महोत्सव की थीम पर चित्रकारी की जा रही है। चित्रकारों को चुनने के लिए कलाकुंभ आयोजित किया गया था। कैनवास पर चित्रकारी इतनी अद्भुत है कि लोग इनके सामने सेल्फी लेने का मोह नहीं छोड़ पाएंगे।

शहीदों के 5 हजार से अधिक परिजन होंगे सम्मानित

ड्रोन से दी जाएगी तिरंगे, संविधान और राष्ट्रनायकों को सलामी
परेड के लिए पहली बार 1,000 ड्रोन की फौज तैयार है। इनके जरिये टेक्नोलॉजी का बेजोड़ प्रदर्शन होगा। राजपथ के आकाश पर ड्रोन्स काे एक साथ कंट्रोल करने की क्षमता तो दिखेगी ही, 5 मध्य एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के सामने आकाश में तिरंगे, संविधान और आजादी के अमृत महोत्सव का उद्दघोष भी किया जाएगा।

3,870 में से चुने 500 प्रोफेशनल, परेड में होगी धमाकेदार पेशकश
राजपथ पर प्रोफेशनल डांस ट्रूप्स के शो भी होंगे। वंदे मातरम स्पर्धा के जरिए 323 ग्रुप्स के 3,870 कंटेस्टेंट्स में से 500 डांसर्स चुने गए हैं, जो धमाकेदार पेशकश करेंगे। वीरगाथा स्पर्धा के जरिए राष्ट्र नायकों पर गीत, निबंध और कहानियां लिखने वाले 25 युवा विजेता चुने गए हैं। ये भी परेड में शामिल होंगे।

समर स्मारक में शहीदों को नमन
गणतंत्र की भावना के अनुरूप देशभर से उन परिजनों को बुलाया जा रहा है, जिनके निकटजनों ने देश के लिए जान कुर्बान कर दी। इंडिया गेट से लगे समर स्मारक पर 5000 से अधिक परिवारजनों को एक साथ सम्मानित किया जाएगा।

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