सऊदी अरब में 81 लोगों को एक साथ सजा-ए-मौत: टेररिस्ट एक्टिविटी में शामिल अपराधियों को फांसी पर चढ़ाया, यमन और सीरिया के थे नागरिक

सऊदी अरब में 81 लोगों को एक साथ सजा-ए-मौत: टेररिस्ट एक्टिविटी में शामिल अपराधियों को फांसी पर चढ़ाया, यमन और सीरिया के थे नागरिक


दुबई32 मिनट पहले

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सऊदी अरब में एक ही दिन में 81 लोगों को फांसी दे दी गई। यह सभी बच्चों का अपहरण और हत्या करने वाले, लोगों को टॉर्चर करने वाले, महिलाओं का रेप करने जैसे अपराधों में शामिल थे। इसके अलावा देश में हथियारों की तस्करी करने वाले भी शामिल थे।

विदेशियों को भी दी गई सजा

मौत की यह सजा सऊदी के रहने वालों के अलावा कुछ विदेशियों को भी दी गई है। इनमें से ज्यादातर यमन के रहने वाले थे। अदालत में ट्रायल के बाद इन सभी अपराधियों को अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी।

जिन 81 लोगों को फांसी पर लटकाया गया है, उनमें 73 सऊदी नागरिक, सात यमन और एक सीरियाई नागरिक था। इन्होंने सुरक्षा अधिकारियों की हत्या की कोशिश की थी। कई पुलिस स्टेशनों को निशाना बनाया था। इनमें से एक यमन का नागिरक था, जो ISIS के लिए काम करता था। कई अल कायदा, इस्लामिक स्टेट और हूती विद्रोही संगठन से जुड़े आतंकी थे।

आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे कई आरोपी

सऊदी की अदालत ने इन 81 अपराधियों को किडनैपिंग, टॉर्चर करने, सुरक्षा अधिकारी की हत्या करने और आतंकवादी सेल बनाने का दोषी पाए जाने के बाद सजा दी। सऊदी प्रेस एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जिन लोगों को फांसी के फंदे पर चढ़ाया गया है, वो सऊदी अरब में हमलों की योजना बना रहे थे। सऊदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई करेगी।

मौत की सजा पाने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या

खाड़ी देश विभिन्न मामलों में दोषी अपराधियों को सजा-ए-मौत देने में सबसे आगे हैं। हाल के दिनों में सऊदी अरब में मौत की सजा पाने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या (81 लोगों को सजा) है। इसके पहले 2021 में 67 अपराधियों को सजा दी गई थी। साल 2020 में 27 अपराधियों को सजा-ए-मौत हुई थी। 2019 में सऊदी अरब में 37 लोगों को मौत की सजा दी गई थी। 2016 की जनवरी में 47 लोगों के सिर कलम किए गए थे।

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